SAD POETRY STATUS: دل سے تیرا خیال جدا تو نہیں - Naveed Baig

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Thursday, 15 February 2018

SAD POETRY STATUS: دل سے تیرا خیال جدا تو نہیں

URDU  HINDI  زخمتنہائی عجب زخم ہے بھرتا ہی نہیں  ایک شخص کا نشہ اترتا ہی نہیں  آئنہ لے کر نکاتی ہے صبح ہاتھ میں  شام ڈھلتی ہے مگر کوئی سنوارتا ہی نہیں  घाव एक घाव नहीं है  नहीं एक व्यक्ति को चोट लगी है  सुबह सुबह मैं ले जाता हूं  शाम नीचे जाती है लेकिन कोई सुस्ती नहीं है

URDU
HINDI
زخمتنہائی عجب زخم ہے بھرتا ہی نہیں
ایک شخص کا نشہ اترتا ہی نہیں
آئنہ لے کر نکاتی ہے صبح ہاتھ میں
شام ڈھلتی ہے مگر کوئی سنوارتا ہی نہیں
घाव एक घाव नहीं है
नहीं एक व्यक्ति को चोट लगी है
सुबह सुबह मैं ले जाता हूं
शाम नीचे जाती है लेकिन कोई सुस्ती नहीं है



URDU  HINDI  مجھکو بھی راس آیا نہیں دوسرا کوئی  اسکو بھی میرے بعد سہارا نہ ملا  برسوں سے پھر رہا تھا میں جس کی تلاش میں  وہ مل گیا تو اس سے سترہ نہ ملا  मेरे पास कोई और भी नहीं है  उसने बाद में मुझे समर्थन भी नहीं दिया  साल के लिए मैं देख रहा था   यदि वह पाया गया तो उसे सत्रह नहीं मिले
URDU
HINDI
مجھکو بھی راس آیا نہیں دوسرا کوئی
اسکو بھی میرے بعد سہارا نہ ملا
برسوں سے پھر رہا تھا میں جس کی تلاش میں
وہ مل گیا تو اس سے سترہ نہ ملا
मेरे पास कोई और भी नहीं है
उसने बाद में मुझे समर्थन भी नहीं दिया
साल के लिए मैं देख रहा था
 यदि वह पाया गया तो उसे सत्रह नहीं मिले
URDU  HINDI  دل سے تیرا خیال جدا تو نہیں کیا  رکھا جو تجھ کو یاد برا تو نہیں کیا  جانے ہم سے ناراض ہیں وہ کس لئے   ہم نے کبھی کسی کو خفا تو نہیں کیا  आपने दिल से अपना मन अलग नहीं किया  क्या आपको अपना मन याद नहीं है?  चलो हम क्या कर रहे हैं के बारे में गुस्सा हो  हमने कभी किसी को नहीं भुलाया है
URDU
HINDI
دل سے تیرا خیال جدا تو نہیں کیا
رکھا جو تجھ کو یاد برا تو نہیں کیا
جانے ہم سے ناراض ہیں وہ کس لئے
ہم نے کبھی کسی کو خفا تو نہیں کیا
आपने दिल से अपना मन अलग नहीं किया
क्या आपको अपना मन याद नहीं है?
चलो हम क्या कर रहे हैं के बारे में गुस्सा हो
हमने कभी किसी को नहीं भुलाया है

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